विनोद तिवारी
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फणीश्वर नाथ रेणु
मैला आँचल में प्रेम और काम
अर्थात् लिंग-भेदी नैतिकता की सर्जनात्मक आलोचना विनोद तिवारी यह मैला आँचल का एक सर्वथा नये ढंग का ‘पाठ’ है,…
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बाज़ार, माल और मूल्य के बीच साहित्य का पक्ष
विनोद तिवारी जातीय स्मृति के तर्क से भी और सामाजिक-ऐतिहासिक-राजनीतिक परविर्तनों और विकास की दृष्टि से भी, किसी भी…
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