साक्षात्कार
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सबसे बड़ा तय करने वाला दर्शक है
(देवेन्द्रराज अंकुर से अनिल शर्मा की बातचीत) तेजी से बदल रही दुनिया में रंगमंच का क्या स्थान है और…
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काम करते रहना महत्त्वपूर्ण है
हिन्दी रंगमंच में बहुत कम ऐसे व्यक्तित्व हैं, जो नाट्य–लेखन और निर्देशन दोनों स्तरों पर रंगकर्म कर रहे हैं ।…
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