उपन्यास
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विलुप्त हो रही पहाड़िया जनजाति पर केंद्रित लघु उपन्यास “ठूंठ पर कोकिल की कूक” का अंश
सुरेन्द्र उर्फ सुरवा, शरीर से ही नहीं बुद्धि से भी मोटा था। समाज में बुद्धि से मोटा उसे माना…
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बैल की आंख
चर्चित कथाकार संतोष दीक्षित का चौथा उपन्यास है ‘बैल की आंख’। इसमें एक पशु चिकित्सक की आंखों से देखी…
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जनसंवाद भाग 3 (शेष अंश)
अब तक आपने पढ़ा: वामपंथ के घातक प्रभाव को मंडल जी ने रूबरू देखा और महसूस किया। समस्या तो…
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जनसंवाद : भाग 3
अब तक आपने पढ़ा : मंडल जी जन जागरण के सिलसिले में अलग-अलग लोगों से मिल रहे थे और…
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जन संवाद: द्वितीय भाग
पिछले अंक में आपने पढ़ा: मंडल जी समाज को नई दिशा देने का संकल्प ले लिया था और जन…
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जन संवाद: प्रथम भाग
अब तक आपने पढ़ा: मंडल जी भागलपुर से वापिस आने के बाद शोध के दौरान उपजे सपनों और संकल्पों…
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दीप यज्ञ बनाम मास कम्युनिकेशन
अब तक आपने पढ़ा: मंडल जी दोनों विद्यार्थियों के साथ साथ भागलपुर विश्वविद्यालय आकर समाजशास्त्री भारती जी एवं अर्थशास्त्री…
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एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो
अब तक आपने पढ़ा: मंडल जी के गांव में दो विद्यार्थी शोध के सिलसिले में आए थे। शोध ग्रंथ…
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परिवर्तन का आगाज
अब तक आपने पढ़ा :मंडल जी पत्रकारों के सामने अपनी जिन्दगी के पन्ने पलट रहे हैं। इसी क्रम में…
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इंदिरा आवास योजना
अब तक आपने पढ़ा : मंडल जी के पास रहकर शोध कर रहे दोनों विद्यार्थी सरकारी शिक्षण संस्थान की…
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