शख्सियत
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महामहिम और अपनी लंगोटिया यारी को याद करते हुए
-1- उत्तरप्रदेश के देवरिया शहर में ‘देवरिया ख़ास’ इलाक़े के मूल रहिवासी… हैं तो वस्तुतः अरूणेशमणि त्रिपाठी, पर साहित्य…
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हर बशर को लाज़िम है सब्र करना चाहिए
किस्सागोई की परम्परा के सूत्र भारत में मध्यकाल में मिलते हैं। उर्दू के साथ-साथ हिन्दी कथा साहित्य ने भी…
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गोपाल सिंह नेपाली के गीतों का क्रमिक विकास
हिन्दी के रससिद्ध कवि गोपाल सिंह नेपाली का जन्म 11 अगस्त 1911 को बेतिया, पश्चिम चम्पारन बिहार के काली…
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राष्ट्र को समर्पित पं. लोचनप्रसाद पाण्डेय की पद्म पुष्पांजलि
अन्य समकालीन साहित्यकारों की अपेक्षा पाण्डेय जी की मुश्किलें कुछ ज्यादा दिखाई देती हैं। पहले दो भाषा को…
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शरतचन्द्र की रचनाओं में स्त्री पात्रों के विभिन्न आयाम
शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय (1876-1938) बंगाल की साहित्यिक त्रिवेणी (अन्य दो प्रमुख साहित्यकार हैं, गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर और बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय) की…
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