‘राशोमन’ मंच पर
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नाटक
एक बार फिर ‘राशोमन’ मंच पर – ‘मटियाबुर्ज़’ नाम से…
फ़िराक़ साहब का शेर है– ‘हज़ार बार ज़माना इधर से गुज़रा है’, नयी-नयी सी है, पर तेरी रहगुज़र फिर…
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फ़िराक़ साहब का शेर है– ‘हज़ार बार ज़माना इधर से गुज़रा है’, नयी-नयी सी है, पर तेरी रहगुज़र फिर…
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