phanishwar nath renu
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फणीश्वर नाथ रेणु
संघर्ष की जद्दोजहद और सौंदर्य की चाहत (लाल पान की बेगम)
सुप्रसिद्ध चित्रकार नंदलाल बोस का चर्चित चित्र ‘दो मुर्गों की लड़ाई’ देख कर रेणु जी को लगा था कि…
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फणीश्वर नाथ रेणु
गोआनीज लेडी के भीतर की दुनिया (लफड़ा)
अमित मनोज फणीश्वरनाथ रेणु लोक की आंचलिकता के सबसे सजग और संवेदनशील कथाकार हैं। उनका सृजनपाठक को निरन्तर स्पंदित…
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फणीश्वर नाथ रेणु
जैव
“रेणु मानवता के लेखक थे। मानवीय संवेदना इनकी रचना के केंद्र में है। मानवीय संवेदना की लेखकीय पकड़ रचनात्मक…
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फणीश्वर नाथ रेणु
एक नदी और उसके दो पाटों के उजड़ने-बसने की कहानी
(रखवाला) फणीश्वर नाथ रेणु अंचल की खूबसूरती को उसके धूल, फूल, शूल के साथ रोमानी अन्दाज में व्यक्त करने वाले…
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फणीश्वर नाथ रेणु
एक दिन फिर आना
(आदिम रात्रि की महक) अपने सबसे प्रिय रचनाकार रेणु की किसी भी कहानी पर कुछ भी लिखना मेरे…
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फणीश्वर नाथ रेणु
प्रेम का अध्यात्म रचती सौंदर्यधर्मी कहानी : जड़ाऊ मुखड़ा
रेणु की रचना मनुष्य केंद्रित है। रेणु की जन्मशती मनाते वक्त इस वर्ष एक बार फिर हम उनके साहित्य…
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फणीश्वर नाथ रेणु
प्रेम की चाह और व्यवस्था का शास्त्र
(तीसरी कसम अर्थात मारे गये गुलफाम) ‘तीसरी कसम उर्फ मारे गये गुलफाम’ कहानी का हिरामन रह-रह कर मन…
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फणीश्वर नाथ रेणु
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फणीश्वर नाथ रेणु
रेणु : उदात्त पात्रों के रचनाकार
योगेन्द्र लोक संवेदनाओं के महान कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु ने ‘संवदिया’ नामक कहानी 1962 के अक्टूबर माह में लिखी।…
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फणीश्वर नाथ रेणु
‘मृत्यु-संगीत’
पल्लवी प्रसाद यह फणीश्वरनाथ रेणु का जन्मशती वर्ष है और पूरी दुनिया कोविड नामक वैश्विक महामारी से जूझ…
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