आलोचना
    4 weeks ago

    अनुत्तरित संताप के अभिज्ञान का उपन्यास : चन्ना तुम उगिहो

      कोई भी समाज जब विविधताओं से भरा होता है तब स्वाभाविक रूप से उस समाज के भीतर किसी भी…
    कविता
    October 13, 2023

    बुद्ध की खोज

      बुद्ध की खोज    कहाँ हैं बुद्ध ? क्या वो हैं हम सब के अंदर?? कितनी बार कोशिश की…
    कहानी
    October 11, 2023

    सेठ का बेटा

      एक रोज घनश्याम सेठ के बड़े लड़के ने जब अपने को छोटा दुकानदार कहा तो मैं सकते में आ…
    संस्मरण
    September 3, 2023

    हमारे ‘श्रीधर भइया’ उर्फ़ सबके ‘बच्चा’

      श्रीधर भैया अपने घर की अपनी पीढ़ी में सबसे बड़ी संतान थे, सो पूरे घर ने प्यार में उन्हें…
    संस्मरण
    August 17, 2023

    खान्दान भर के चाचा : प्रभाकर त्रिपाठी

      30 अप्रैल, 2019 को अपराह्न घर से पोती चुनचुन का फोन सबसे पहले आया – ‘बाबा, चाचा नहीं रहे…’।…
    नाटक
    August 6, 2023

    आतंकी हिंसा की खोल में ‘चुप’ के राज़ और भी हैं…!

      अंधेरी उपनगर, मुम्बई के ‘सात बंगला’ इलाक़े में स्थित ‘आराम नगर’ मुहल्ले में रंगमंच के नये-नये केंद्र बन रहे…
    संस्मरण
    July 21, 2023

    रघुबर पहँ जाब…अब ना अवध में रहबै…

      सबसे ऊपर लिखी पंक्ति ‘तुम्हें पता है, मेरी माँ है’ एम.ए. में भाषाविज्ञान पढ़ाने वाले मेरे गुरु डॉ. बंसीधर…
    मूल्यांकन
    June 17, 2023

    शैलेन्द्र के गीतों में मानवीय संवेदना

      शैलेन्द्र की रचना प्रक्रिया पर सहसा ही कोई बयान देना दरअसल जोखिम का काम है। एक कवि के रूप…
    मूल्यांकन
    May 9, 2023

    निकम्मों के कोरस का स्वर

      निकम्मों का कोरस एक दिलचस्प शीर्षक है, ऐसा कि रूह रश्क करे, कहानी ऐसी कि रूह फना हो जाए।…
    कथा संवेद
    April 3, 2023

    कथा संवेद – 22

      इस कहानी को आप कथाकार की आवाज में नीचे दिये गये वीडियो से सुन भी सकते हैं:   …

    कथा संवेद

    • कथा संवेद – 22

      कथा संवेद - 22

        इस कहानी को आप कथाकार की आवाज में नीचे दिये गये…

    • कथा-संवेद – 21

      कथा-संवेद - 21

        इस कहानी को आप कथाकार की आवाज में नीचे दिये गये…

    • कथा संवेद – 20

        इस कहानी को आप कथाकार की आवाज में नीचे दिये गये…

    पत्रिका

      July 6, 2022

      संवेद 126 : भारत एक स्वप्न

        संवेद 126 : भारत एक स्वप्न  लेखक – भरत प्रसाद भरत प्रसाद द्वारा लिखित भारत एक स्वप्न (संवेद-126) पुस्तिका…
      February 6, 2022

      संवेद 125 : शब्दों के आलोक में अनामिका

        संवेद 125 : शब्द आलोक में अनामिका संपादक : किशन कालजयी अतिथि संपादक : ऋत्विक भारतीय कहानीकार और कवयित्री…
      January 10, 2020

      संवेद 121 : लाल

        संवेद 121 : लाल : राजनीतिक परित्याग की कथा लेखिका : पल्लवी प्रसाद सम्पादक : किशन कालजयी    पल्लवी…

      फणीश्वर नाथ रेणु

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